साहित्य परिषद
साहित्य परिषद का उद्देश्य छात्रों के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक विकास को प्रोत्साहित करना है। यह मंच विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य के प्रति रुचि विकसित करने और अपनी रचनात्मक क्षमताओं को निखारने का अवसर प्रदान करता है। परिषद के माध्यम से छात्रों को लेखन, वाचन, और साहित्यिक चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लेने के अवसर मिलते हैं।
मुख्य उद्देश्य
- साहित्यिक सृजनशीलता: छात्रों को कविता, कहानी, निबंध, और लेखन के अन्य रूपों में सृजन करने के लिए प्रेरित करना।
- भाषाई कुशलता: हिंदी भाषा में छात्रों की लेखन और वाचन क्षमता को विकसित करना।
- सांस्कृतिक संरक्षण: साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को संरक्षित करना।
- प्रतिस्पर्धा एवं मान्यता: विभिन्न साहित्यिक प्रतियोगिताओं का आयोजन करके छात्रों की प्रतिभा को पहचानना और सम्मानित करना।
प्रमुख गतिविधियाँ
- रचनात्मक लेखन प्रतियोगिताएँ: कहानी लेखन, कविता लेखन, और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन।
- साहित्यिक गोष्ठियाँ: हिंदी साहित्य पर परिचर्चा एवं विचार-विमर्श।
- वक्ता मंच: साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को संरक्षित करना।
- विशेष व्याख्यान: प्रतिष्ठित साहित्यकारों और विद्वानों द्वारा दिए गए व्याख्यान, जो छात्रों को साहित्य के गहरे आयामों से परिचित कराते हैं।
साहित्यिक उपलब्धियाँ
साहित्य परिषद ने विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिनमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी साहित्यिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इनमें से कुछ प्रमुख विषय थे:
- राष्ट्र निर्माण में हिंदी का योगदान।
- हिंदी साहित्य में नारी चित्रण।
- पर्यावरण संरक्षण और साहित्य।